नई दिल्ली: न्यूयार्क में भारतीय महावाणिज्य दूत संदीप चक्रवर्ती ने कश्मीरी पंडितों के एक कार्यक्रम के दौरान बयान देते हुए कहा कि, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात सुधरेंगे और कश्मीरी पंडितों की वापसी होगी.
चक्रवर्ती ने एक बेहद चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि, भारत को कश्मीर में ‘इजरायल मॉडल’ को अपनाना चाहिए. जो काम इजरायली कर सकते हैं, वह हम भारतीय क्यों नहीं कर सकते?
उन्होंने इस्राइली मॉडल की पैरवी करते हुए कहा कि भारत को कश्मीर में ‘इजरायली मॉडल’ अपनाना चाहिए और कश्मीरी पंडितों को वहां आबाद करना चाहिए.
गौरतलब है कि, चक्रवर्ती के इस विवादित बयान पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ‘यह कश्मीर में भारतीय हुकूमत की फासीवादी मानसिकता को दिखा रहा है.
इमरान ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘कश्मीर की घेराबंदी किए आज सौ से ज्यादा दिन हो चुके हैं. वहां लोगों को गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है. उनके मानवाधिकारों को कुचला जा रहा है. लेकिन, दुनिया के ताकतवर देश अपने व्यावसायिक हितों के कारण इसे लेकर चुप्पी साधे हुए हैं.’