देश में कोरोना वायरस को लेकर धार्मिक रंग दिया जा रहा है। वही इस मामले को लेकर WHO ने 6 अप्रेल को प्रेस कांफेस कर बारत सरकार को चैतावनी दी है कि कोरोना वायरस को कोई भी धार्मिक एंगल ना दे सरकार 6 अप्रैल को भारत से जुड़े विशेष सवाल पर डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन कार्यक्रम निदेशक माइक रयान ने कहा कि COVID-19 का होना किसी की गलती नहीं है। हर मामला एक पीड़ित का है।
यह एक महत्वपूर्ण समय है कि हम नस्लीय, धार्मिक और जातीय आधारों के आधार पर मामलों को प्रोफाइल नहीं करते हैं। रयान ने कहा कि इस समय जो वैश्रविक महामारी है।इसको लेकर भारत में हो रहे धार्मिक रंग देने का जो काम किया जा रहा है। वो निंदनीय है। इससे लड़ने के लिए सतर्कता बरतनी है,ना कि दोष देना।
कोरोना से बचाब के लिए भारत को सुरझा के कदम उठाने चाहिए।जिससे इस बीमारी से बचा जा सके। वही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, जो नियमित रूप से मीडिया को जानकारी दे रहे थे और मरकज को कोरोना वायरस का जिम्मेदार ठहराया जा रहा था।