चेन्नई: विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK) के संस्थापक थोल.थिरुमावलवन ने राज्य सरकार से विधानसभा के अगले सत्र में हेट स्पीच और दुष्प्रचार के खिलाफ कानून बनाने का आग्रह किया।

 

एक बयान में, उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने भारत में नफरत और दुष्प्रचार को नियंत्रित करने के लिए 2017 में भारतीय विधि आयोग द्वारा तैयार किए गए मसौदे की अनदेखी की है। उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु सरकार को आगामी विधानसभा सत्र में उसकी सिफारिशों को लागू करना चाहिए।’’

 

मिस्टर थिरुमावलवन ने राज्य भाजपा द्वारा लगाये इस आरोप का खंडन किया कि तंजावुर में एक ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित स्कूल की बारहवीं कक्षा की एक छात्रा ने अपना जीवन समाप्त कर लिया क्योंकि उसे ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए मजबूर किया जा रहा था।

 

तमिलनाडु सरकार को इस तरह के नफरत फैलाने वाले प्रचार पर मूकदर्शक नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उनके अनुसार, लड़की ने एक मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज एक बयान में आरोप लगाया है कि उसके टीचर ने उसे स्कूल का अकाउंट देखने में लगा रखा था और छुट्टियों के दौरान भी उसे हॉस्टल में रहने पर मजबूर किया।

 

उन्होंने कहा कि भाजपा तमिलनाडु में पूरे ईसाई समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है।

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